पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का स्वप्न था कि वर्ष 2020 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बने। प्रस्तुत पुस्तक में लेखकद्वय डॉ. कलाम व डॉ. सिवताणु पिल्लै ने इस स्वप्न को साकार करने की प्रक्रिया का बड़ी ही सूक्ष्मता और गहराई से विश्लेषण किया है। विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में छात्र; युवा; किसान; वैज्ञानिक; इंजीनियर; तकनीशियन; चिकित्सक; चिकित्सा कर्मी; शिक्षाविद्; उद्योगपति; सैन्य कर्मी; राजनेता; प्रशासक; अर्थशास्त्रा्; कलाकार और खिलाड़ियों की क्या-क्या भूमिका हो सकती है; इसके बारे में भी उन्होंने महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। हाल के वर्षों में; जीवन-स्तर को बेहतर बनाने में प्रौद्योगिकी ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रौद्योगिकी एक ऐसा इंजन है; जिसमें देश को विकास तथा संपन्नता की ओर ले जाने और राष्ट्रों के समूह में उसे आवश्यक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ उपलब्ध कराने की क्षमता है। इस प्रकार; भारत को एक विकसित देश में बदलने में प्रौद्योगिकी की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। आज भारत के पास प्रक्षेपण यानों; मिसाइलों तथा वायुयानों के सिस्टम डिजाइन; सिस्टम इंजीनियरिंग; सिस्टम इंटीग्रेशन तथा सिस्टम मैनेजमेंट की योग्यता और महत्त्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के विकास की क्षमता है—इस पुस्तक में इन सभी पहलुओं पर अनुकरणीय प्रकाश डाला गया है|
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Studio: Storyside IN
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